तेज से मैं बन ज्वाला हर तेरे बंधन दग्ध करुँगी। तेज से मैं बन ज्वाला हर तेरे बंधन दग्ध करुँगी।
वहीं उसका रौद्र रूप भी है।।। मधु प्रधान मधुर मुंबई वहीं उसका रौद्र रूप भी है।।। मधु प्रधान मधुर मुंबई
यही अर्धांगिनी पुरुष की पतिव्रता हेतू सदैव सती हो जाती है। यही अर्धांगिनी पुरुष की पतिव्रता हेतू सदैव सती हो जाती है।
नारी शक्ति अपने अलग अलग रूप में करती अलग अलग व्यवहार। नारी शक्ति अपने अलग अलग रूप में करती अलग अलग व्यवहार।
चौथे मनु का नाम था तापस वो तीसरे मनु उत्तम के भाई थे चौथे मनु का नाम था तापस वो तीसरे मनु उत्तम के भाई थे
किसी ने भी क्या खूब कहा है- "नारी का हर रूप अनोखा है।" किसी ने भी क्या खूब कहा है- "नारी का हर रूप अनोखा है।"